Friday, December 30, 2016

स्कीन केयर प्रोग्राम

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चेहरे का आकर्षण सुंदर, स्वच्छ, कोमल, चिकनी, कांतिमय स्किन पर निर्भर करता हैं. बढ़ती उम्र के साथ-साथ शरीर की स्कीन भी अपनी रौनक खोने लगती है. स्किन शरीर का बाहरी आवरण होता हैं. जलवायु, वातावरण, तनाव, असंतुलित आहार आदि का प्रभाव स्किन पर शीघ्र पड़ता हैं. जिसकी वजह से स्कीन की प्राकृतिक सुंदरता नष्ट हो जाती हैं.

स्किन के आकर्षण को बनाएं रखने के लिए स्किन की उचित देखभाल, सफाई तथा आवश्यक तत्वों द्वारा स्किन को पोषण देने की आवश्यकता होती हैं. स्किन की उचित देखभाल के लिए स्किन के मिजाज को जानना जरूरी हैं. यदि आप अपनी स्किन के मिजाज के बारे में जानना चाहती हैं तो मेरे इस वीडियो को ध्यान से सुने. इसमें स्किन के प्रकार के अनुसार स्किन की देखभाल संबंधी अचूक उपाय बताएं गये हैं. स्कीन पांच प्रकार की होती है.



टाइप आॅफ स्कीन


  1. सामान्य त्वचा (नार्मल स्किन)
  2. तैलीय त्वचा (आॅइली स्कीन)
  3. रूखी त्वचा (ड्राई स्कीन)
  4. मिश्रित त्वचा (काॅम्बिनेशन स्कीन)
  5. संवेदनशील त्वचा (सेंसिटिव स्कीन)

कैसे पहचानें स्किन का मिजाज?

अब सवाल उठता है कि हम अपने स्कीन को कैसे पहचाने की वह किस टाइप की है, ताकि हम उसकी उचित देखभाल कर सकें. स्कीन की पहचान करना बहुत ही आसान है. इसे आप स्वयं भी घर पर ही टिशू पेपर टेस्ट द्वारा आसानी से पहचान सकती है. इसके लिए सुबह उठकर सबसे पहले चार टिशू पेपर लें. इन्हें माथा, गाल, नाक और ठोड़ी पर रख कर हल्के से दबाएं. ध्यान रहे टिशू पेपर को चेहरे पर रगड़े नहीं.



 यदि सभी टिशू पेपर पर तेल हैं, तो आपकी स्किन आॅइली है.
 यदि नाक, ठोड़ी और माथे के टिशू पेपर पर तेल तथा गालों वाले टिशू पेपर पर बिलकुल भी तेल नहीं है तो समझें आपकी स्किन मिलीजुली है.

 यदि टिशू पेपर पर तेल न हो, तो इसका अर्थ है कि आपकी त्वचा ड्राई या नार्मल है.
 ड्राई या नार्मल स्किन को पहचानने के लिए आप अपने चेहरे को बेसन या आटे से साफ करें.
 यदि स्किन खिंचा-खिंचा महसूस करें, तो आपकी स्किन ड्राई है.
 यदि स्किन मुलायम, लचीली हो, तो आपकी स्किन नार्मल है.
 सेंसिटिव स्किन पर कील, मुंहासें की भरमार होती है.



स्किन केयर प्रोग्राम

स्किन के मिजाज के बारे में पता होने के बाद आप स्कीन की देखभाल के लिए सही उपाय कर सकती हैं. यहां चार चरणों में स्किन केयर प्रोग्राम दिए जा रहे है, जिन्हें अपना कर अपनी स्किन को साफ, स्वच्छ, चमकदार बना सकती हैं.

फस्र्ट स्टेप - फेशियल कंप्रेशन

पहले चरण के अन्तर्गत फेशियल कंप्रेशन तकनीक अपनायी जाती हैं. यह एक साधारण और महत्वपूर्ण क्रिया हैं. स्किन के धूल, प्रदूषण को साफ करने के लिए अपनायी जाती हैं. इसके लिए चेहरे को किसी साॅफ्ट साबुन से अच्छे से धो लें. फिर साफ मुलायम भीगें टावेल से चेहरे को साफ कर लें. टावेल को पानी में भीगों कर कुछ मिनटों तक चेहरे और गर्दन पर रखें. यह क्रिया 10 बार दोहराएं.

नार्मल त्वचा: ठंडा या गुनगुना पानी,
आॅयली त्वचा: ठंडा या गुनगुना पानी,
शुष्क त्वचा:  गुनगुना पानी,
मिश्रित त्वचा: गुनगुना पानी,
संवेदनशील त्वचा: गुनगुना या गर्म पानी,
दोषपूर्ण त्वचा: ठंडा या गुनगुना पानी,
अकड़ी त्वचा: गर्म पानी (बहुत अधिक गर्म पानी का इस्तेमाल न करें.)

सेकेन्ड स्टेप - कलीसिंग

फस्र्ट स्टेप के बाद आपकी स्किन कलीसिंग  के लिए तैयार है. अब अच्छे किस्म का कलीसिंग  लेकर चेहरे और गर्दन पर लगाएं. ऊंगलियों और हथेली की सहायता से कुछ मिनट तक हल्का-हल्का मालिश करें. इसके बाद हल्के गर्म पानी से स्किन को अच्छे से साफ कर लें. फिर ठंडे पानी के छिटें दें. साफ टावेल से थपथपाकर अतिरिक्त पानी को पोंछ दें.

सामान्य त्वचा: कलीसिंग जेल, कलीसिंग मिल्क, सोप फ्रीफोम युक्त,
तैलीय त्वचा: आॅयल फ्री कलीसिंग जेल,
वृद्ध तैलीय त्वचा: आॅयल फ्री कलीसिंग जेल, कलीसिंग मिल्क,
शुष्क त्वचा: कलीसिंग मिल्क, कलीसिंग क्रीम,
मिश्रित त्वचा: कलीसिंग मिल्क,
दोषपूर्ण त्वचा: आयल फ्री कलीसिंग जेल,
बढ़ती उम्र की बेजान त्वचा (एजिंग स्कीन): कलीसिंग मिल्क, कलीसिंग क्रीम.

थर्ड स्टेप - टोनिंग

कलीसिंग के बाद स्किन के टोनिंग के लिए उपाय करना चाहिए. टोनर स्किन के मैल के अवशेष को साफ कर देता हैं. साथ ही कलीसिंग के एसिड पीएच से प्रभावित स्किन को टोनर फिर से व्यवस्थित कर देता हैं. हमेशा अल्कोहल रहित टोनर का इस्तेमाल करें.

चेतावनी - मिश्रित त्वचा, शुष्क त्वचा, संवेदनशील त्वचा वालों को टोनर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

फोर्थ स्टेप - माइश्चराइजिंग

माइश्चराइजिंग आखिरी चारण हैं. माइश्चराइजर त्वचा को नरम बनाकर स्किन में निखार लाता हंै. हायक्लूरोनिक एसिड, लाइनोलेमिक एसिड, सोडियम पीसीए, फास्फोलिविरिड्स युक्त माइश्चराइयर स्किन की रक्षा करते हैं. माइश्चराइयर मंे ह्यूमेक्टैंट्स, यूरिया, सोर्विटोल, ग्लिसरीन भी होनी चाहिए, जो हवा में से नमी खींचकर स्किन में पहुंचाते और बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकते हैं.

माइश्चराइजर मौसम और वातारण के हिसाब से बदलना चाहिए. ठंड हवाएं चलने पर अधिक चिकाई वाले माइश्चराइजर, गर्मी और वर्षा के दिनों में हल्का माइश्चराइजर इस्तेमाल करना चाहिए.

विशेष बातें | beauty tips

ऊपर बतायें गए चारों स्टेप पूरा करने के लिए 10 से 15 मिनट का समय लगता हैं.
यदि आपकी त्वचा सामान्य, तैलीय, मिश्रित या दोषपूर्ण है तो हर बार इस प्रोग्राम को अपनाएं.
त्वचा शुष्क, संवेदशनशील या उम्र बढ़ने के कारण अकड़ी हुई है तो दिन में एक बार और शाम को चारों स्टेप को अपनायें. सुबह के समय सिर्फ माइश्चराइजिंग करें.